
माना जाता है, एयर ट्रैवल सबसे सुरक्षित है, लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता. यहां भी कई दुर्घटनाएं हुई हैं. कुछ दुर्घटनाएं ऐसी हैं, जो इतिहास में सबसे बड़ी और खतरनाक विमान दुर्घटनाओं में शुमार हैं. जानते हैं इनके बारे में…
टेनेरिफ एयरपोर्ट दुर्घटना (1977) : स्पेन में कैनेरिया एयरपोर्ट पर उतरते समय केएलएम फ्लाइट 4805 विमान में अचानक विस्फोट हो गया. हादसा घने कोहरे के कारण, संचार में बाधा और राडार में कमी के कारण हुआ. हादसे में 583 लोग मारे गए थे.

जापान एयरलाइंस 123 (1985) : जापान एयरलाइंस फ्लाइट 123 का बोइंग 747 क्रू सहित 524 पैसेंजर को लेकर टोक्यो जा रहा था. इस दौरान यहां के हनेदा एयरपोर्ट पर अचानक विस्फोट के साथ विमान में आग लग गई. घटना में क्रू सहित 520 यात्री मारे गए.

चरखी दादरी मिड-एयर हादसा (1996) : नई दिल्ली में चरखी दादरी नाम गांव के पास सऊदी अरब एयरलाइंस 763 और कजाखस्तान एयरलाइंस 1907 दुर्घटनाग्रस्त हो गर्इं. सऊदी फ्लाइट दिल्ली से उड़ान भरने वाली थी, जबकि कजाखस्तान फ्लाइट उतरने के लिए तैयार थी. अंग्रेजी संचार में गड़बड़ी के कारण इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर दोनों फ्लाइट टकरा गर्इं. हादसे में 349 लोगों की मौत हो गई.

तुर्किश एयरलाइंस फ्लाइट 981 (1974) : पेरिस के बाहर तुर्किश एयरलाइंस फ्लाइट 981 दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. बताया गया था कि तुर्किश और अंग्रेजी भाषा में पर्याप्त कम्युनिकेशन न होने के कारण हादसा हुआ. हादसे में 346 लोगों को जान गंवानी पड़ी.

अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 191 (1979) : अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 191 हादसा कुछ ही सेकंड में हुआ. इसमें फ्लाइट टेकआॅफ के समय विमान का इंजिन विमान के बाएं विंग से अलग होकर ऊपर वाले विंग से जा टकराया. घटना में 273 लोग जान गंवा बैठे. घटना सही मेंटेनेंस प्रोसीजर फॉलो नहीं किए जाने से हुई थी.

एयर इंडिया फ्लाइट 855 (1978) : 1978 में नए साल के मौके पर एयर इंडिया फ्लाइट 855 मुंबई के सांताक्रूज एयरपोर्ट से दुबई के लिए रवाना हुई. टेकआॅफ के कुछ मिनट बाद समुद्र से गुजरते समय प्लेन क्रै श हो गया. इसमें 213 लोगों की मौत हुई थी.

एयर इंडिया एक्सपे्रस फ्लाइट 812 (2010) : यह एयरक्राफ्ट मैंगलोर से दुबई के लिए उड़ान भरता था. मैंगलोर एयरपोर्ट देश के उन तीन एयरपोर्ट में शुमार है, जहां रनवे ऊंचाई पर है. यहां रनवे की लंबाई सीमित है. दुर्भाग्य से लैंडिंग करते समय पायलेट लंबाई का सही अंदाजा लगाने में चूक गया. इससे विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हादसे में 158 लोगों की मौत हो गई.

अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 587 (2001) : फ्लाइट रोजाना की तरह जॉन एफ कैनेडी इंटरनेशनल एयरपोर्ट, न्यूयॉर्क सिटी और लास अमेरिकाज इंटरनेशनल एयरपोर्ट, सैंटो डोमिन्गो, डोमिशियन रिपब्लिक के लिए उड़ान भरती थी. यहां अचानक विमान दुर्घटना ग्रस्त हो गया. हादसे में 260 लोगों की मौत हुई थी.

मलेशियन एयरलाइंस फ्लाइट 370 (2014) : 8 मार्च 2014 को यह फ्लाइट रहस्यात्मक तरीके से लापता हो गई. विमान ने बीजिंग से कुआलंमपुर के लिए उड़ान भरी थी. इस दौरान बीच में ट्रैफिक से कंट्रोल हट गया. बाद में जुलाई 2015 में यह विमान 3700 किमी दूर मिला था. इसमें 239 लोग लापता हो गए थे. उनका पता नहीं चल सका.

चाइना एयरलाइंस फ्लाइट 140 (1994) : 26 अप्रैल को यह फ्लाइट ताइवान के ताइपेई चिआंउ काई-शेक इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जापान के नागोया एयरपोर्ट के लिए उड़ी. दुर्भाग्य से यह विमान जापान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हदसे में 264 लोगों की मौत हुई थी.
