
कॉलेज में पढ़ते समय जितना ध्यान अपनी अकादमिक पर होता है शायद उतना ही ध्यान कैंटीन में क्या बन रहा है? इस पर भी होता है. जब कभी कॉलेज में लेक्चर चलता तो लेक्चरर की बातों पर कम और ऊपर कैंटीन में आज क्या बना होगा? ये सोचने में समय ज्यादा बीत जाता. दोस्तों के साथ मस्ती और देश -दुनिया की बातें यहीं तो होती थी. हर वो शख्स जो कभी कॉलेज में पढ़ा है वो अपनी कॉलेज कैंटीन को शायद ही कभी भूला सकता है. क्योंकि इन्हीं कैंटीन को हमेशा स्टूडेंट्स की मौज-मस्ती का अड्डा माना जाता है. यही वो जगह है जहां स्टूडेंट्स सबसे ज्यादा समय बिताते हैं. हम सभी को कॉलेज से निकलने के बाद वहां के समोसे, चाट, वड़े और कचौरी जैसी कई स्वादिष्ट चीजें याद आती हैं. ये यादें भी ऐसी है कि इन्हें हम कभी भूला नहीं सकते.
बहुत कुछ सीखाती है होस्टल लाइफ
युवाओं के जीवन में सबसे सुंदर उनकी लाइफ होस्टल लाइफ होती है. यह लाइफ हर व्यक्ति को जिंदगी भर याद रहती है. जबकि यह जीवन आसान नहीं होता, तमाम संघर्ष इस दौरान आते हैं. चुनौतियां भी कम नहीं होतीं. होस्टल लाइफ किसी भी छात्र की जिंदगी का एक यादगार हिस्सा होता है. जहां पर वह बाहरी दुनिया को समझना शुरू करता है. यह एक ऐसा समय होता है जब युवा बहुत सारी चीजें सीखते हैं, जैसे एक टीम के रूप में काम करना, अपने करियर और जिंदगी से जुड़े निर्णय खुद लेना तो वहीं यह समय उनमें परिपक्वता और आत्मविश्वास भी भरता है. क्योंकि इस दौरान युवा समस्याओं के समाधान माता-पिता की मदद की बजाय खुद ही उनका हल ढूंढते हैं.

कॉलेज आॅडिटोरियम
कॉलेज लाइफ की जब बात होती है तो किसी भी छात्र के संपूर्ण विकास के लिए उसके भीतर छिपे टैलेंट को उजागर करने का मंच मिलना भी बेहद जरूरी होता है. ऐसे समय में कॉलेज का आॅडिटोरियम बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है. आज जब अपने कॉलेज लाइफ के बारे में हम सोचते है तो सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ विद्यार्थियों के इंडोर गेम्स खेलने के लिए बने आॅडिटोरियम की याद बरबस ही आ जाती है.
