
मजदूर दुनिया में एक ऐसा इंसान है जो सुबह से शाम तक मेहनत करके अपने घर का चूल्हा जलाता है। मजदूर रोज सुबह घर से निकलता है तो केवल एक उम्मीद में कि शाम को उसके बच्चों को खाने के दो टुकड़े मिल जाएंगे। मकान बनाने से लेकर सामान उठाने तक का सारा काम मजदूर करता है। वैसे अगर दूसरे नजरिए से देखा जाए तो मजदूरों का हमारी जिंदगी में बहुत महत्वपूर्ण स्थान है यदि मजदूर ना हो तो हम अपने जीवन में सारे काम स्वयं करने पड़ेंगे।
उदाहरण के तौर पर यदि हम ट्रेन में सफर कर रहे हैं और हमारे पास काफी मात्रा में सामान है तो हमें उस सामान को उठाने के लिए कुली की जरूरत पड़ेगी लेकिन अगर कुली न हो तो हमें वह सारा सामान खुद ही उठाना पड़ेगा। इसके अलावा आज के समय में हर इंसान का सपना होता है कि उसका अपना घर बने मगर एक जगह आकर उसे उस सपने को पूरा करने के लिए एक बार फिर मजदूरों की जरूरत पड़ती है। यदि मजदूर ना हो तो मकान नहीं बनाया जा सकता क्योंकि मजदूर ही वह इंसान है जो ईंट रेत बजरी को चाहे कितनी ही ऊंची मंजिल हो वहां पर आसानी से पहुंचा देता है। आज हम आपको बताएंगे उन 5 देशों के बारे में जहां मजदूरी बहुत अच्छी मिलती है और वहां के मजदूर एक शाही जिंदगी जी रहे हैं
बेल्जियम : इस लिस्ट में जिस देश का नाम सबसे ऊपर आता है वह है बेल्जियम यहां मजदूरों को बहुत अच्छी तरीके से रखा जाता है और यहां मजदूरों की 1 साल की सैलरी है 13 लाख 66 हज़ार रुपये।

फ्रांस : इस लिस्ट में दूसरे देश का नाम है फ्रांस। फ्रांस में मजदूर हर हफ्ते लगभग 35 घंटे काम करते हैं और साल के 13 लाख 19 हज़ार कमाते हैं। सीरिया पर केमिकल अटैक करने के कारण फ्रांस अभी सुर्खियों में आ गया था फ्रांस को हमेशा से ही अमेरिका का बहुत करीबी माना जाता है

जर्मनी : इस लिस्ट में जिस देश को तीसरा नंबर मिला है वह जर्मनी जर्मनी में मजदूर हफ्ते में लगभग 50 से 7 घंटे काम करते हैं और साल के 13 लाख 46 हज़ार रुपये कमाते है। जर्मनी में भी मजदूरों को बहुत अच्छी तरीके से रखा जाता है
न्यूजीलैंड : अपनी खूबसूरती के साथ-साथ न्यूजीलैंड मजदूरों को ठीक तरीके से रखने के लिए भी मशहूर है इसे इस लिस्ट में चौथा स्थान दिया गया है या मजदूरों की 1 साल की 12 लाख 50 हज़ार रुपये है
आयरलैंड : इस लिस्ट में आयरलैंड को पांचवा नंबर दिया गया है यहां मजदूर 46 घंटे काम कर साल के 12 लाख 23 हज़ार रुपए कमाते हैं